श्लोक - ७७०
चिरानुभवशीलैश्च वीरैर्युक्तापि वाहिनी ।
सेनापतिविहीना सा महिमानं न विन्दते ॥
Tamil Transliteration
Nilaimakkal Saala Utaiththeninum Thaanai
Thalaimakkal Ilvazhi Il.
Section | भाग–२: अर्थ-काण्ड |
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Chapter Group | अध्याय 081 to 090 |
chapter | सैन्यप्रयोजनम् |