श्लोक - ७१२
साभिकानां रुचिं बुद्ध्वा दोष: शब्दथियोर्यथा ।
न ज्ञायेत तथा स्पष्टं सभायामुच्यतां वच: ॥
Tamil Transliteration
Itaidherindhu Nankunarndhu Solluka Sollin
Nataidherindha Nanmai Yavar.
Section | भाग–२: अर्थ-काण्ड |
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Chapter Group | अध्याय 051 to 060 |
chapter | सभास्वरूपम् |