श्लोक - ६७
पिता विद्याप्रदानेन पण्डिताग्रेसरं सुतम् ।
यदि कुर्यात्सुतस्यैतत् महत् साह्यमुदीर्यते ॥
Tamil Transliteration
Thandhai Makarkaatrum Nandri Avaiyaththu
Mundhi Iruppach Cheyal.
Section | भाग–१: धर्मकाण्ड |
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Chapter Group | अधिकार 011 to 020 |
chapter | पुत्रभाग्यम् |