श्लोक - ६७८
मत्तेभमेकं सम्प्रेप्य यथन्यो गृह्यते गज: ।
कृतेनैकेन कार्येण तथान्यदपि साध्यताम् ॥
Tamil Transliteration
Vinaiyaan Vinaiyaakkik Kotal Nanaikavul
Yaanaiyaal Yaanaiyaath Thatru.
Section | भाग–२: अर्थ-काण्ड |
---|---|
Chapter Group | अध्याय 051 to 060 |
chapter | कार्याचरणप्रकार: |