श्लोक - ६७६
क्रियासम्बन्धिनो यत्नान् विघ्नान् सम्भावितान् तथा ।
अन्ते महाफलप्राप्तिं त्रयं बुध्वा क्रियां कुरु ॥
Tamil Transliteration
Mutivum Itaiyoorum Mutriyaangu Eydhum
Patupayanum Paarththuch Cheyal.
Section | भाग–२: अर्थ-काण्ड |
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Chapter Group | अध्याय 051 to 060 |
chapter | कार्याचरणप्रकार: |