श्लोक - ६६५
कार्यसाधनशीलस्य क्रियादार्ढ्यं तु मन्त्रिण: ।
महत्वजननाद्राज्ञ: सर्वैरपि महीयते ॥
Tamil Transliteration
Veereydhi Maantaar Vinaiththitpam Vendhankan
Ooreydhi Ullap Patum.
Section | भाग–२: अर्थ-काण्ड |
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Chapter Group | अध्याय 051 to 060 |
chapter | क्रियादाढर्यम् |