श्लोक - ६४०
स्मृत्वा यथावत्कार्याणि सम्यकू तत्कर्तुमुद्यत: ।
नैतानि पूर्णतां यान्ति सामर्थ्य न भवेद्यदि ॥
Tamil Transliteration
Muraippatach Choozhndhum Mutivilave Seyvar
Thirappaatu Ilaaa Thavar.
Section | भाग–२: अर्थ-काण्ड |
---|---|
Chapter Group | अध्याय 051 to 060 |
chapter | अमात्य: |