श्लोक - ६२
निर्दुष्टगुणसम्पन्नं पुत्रं प्राप्नोति यो नर: ।
दु:खानि तं न बाधन्ते भाविजन्मसु सप्तसु ॥
Tamil Transliteration
Ezhupirappum Theeyavai Theentaa Pazhipirangaap
Panputai Makkat Perin.
Section | भाग–१: धर्मकाण्ड |
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Chapter Group | अधिकार 011 to 020 |
chapter | पुत्रभाग्यम् |