श्लोक - ६१२
जहाति तं नरं लोको य: कर्तव्यं परित्यजेत् ।
तस्मात् प्रयत्नशून्यत्वं मुञ्च कर्तव्यकर्मसु ॥
Tamil Transliteration
Vinaikkan Vinaiketal Ompal Vinaikkurai
Theerndhaarin Theerndhandru Ulaku.
Section | भाग–२: अर्थ-काण्ड |
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Chapter Group | अध्याय 039 to 050 |
chapter | प्रयत्नशीलत्वम् |