श्लोक - ६०१
कुलदीपं प्रभायुक्तमालस्याभिहिंत तम: ।
क्रमेण समभिव्याप्य शमयेत् प्रभया विना ॥
Tamil Transliteration
601 Kutiyennum Kundraa Vilakkam Matiyennum
Maasoora Maaindhu Ketum.
Section | भाग–२: अर्थ-काण्ड |
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Chapter Group | अध्याय 039 to 050 |
chapter | आलस्याभाव |