श्लोक - ५३६
अविस्मृतिसमारव्येन् गुणेन सदृशं वरम् ।
सर्वत्र सर्वकालेषु न तिष्ठेत् क्षेमदायकम् ॥
Tamil Transliteration
Izhukkaamai Yaarmaattum Endrum Vazhukkaamai
Vaayin Adhuvoppadhu Il.
Section | भाग–२: अर्थ-काण्ड |
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Chapter Group | अध्याय 039 to 050 |
chapter | अविस्मरणम् |