श्लोक - ४१०
मृगाणां मानवानां च यथास्ति महदन्तरम् ।
तथा विद्याविहीनानां सतां च ग्रन्थसेविनाम् ॥
Tamil Transliteration
Vilangotu Makkal Anaiyar Ilangunool
Katraarotu Enai Yavar.
Section | भाग–२: अर्थ-काण्ड |
---|---|
Chapter Group | अध्याय 039 to 050 |
chapter | unknown 41 |