श्लोक - ३७८
दुष्कर्मवशमापन्ना महाभाग्यात् स्थितादपि।
नरा: सुखं न विन्दन्ति सन्न्यासं प्राप्नुवन्ति च॥
Tamil Transliteration
Thurappaarman Thuppura Villaar Urarpaala
Oottaa Kazhiyu Menin.
Section | भाग–१: धर्मकाण्ड |
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Chapter Group | अधिकार 031 to 038 |
chapter | विधि: |