श्लोक - ३१२
विरोधादपकर्तुश्च प्राप्तेऽपि समयान्तरे।
अपकारमकृत्वैव लक्ष्ये तिष्ठन्ति साधव:॥
Tamil Transliteration
Karuththuinnaa Seydhavak Kannum Maruththinnaa
Seyyaamai Maasatraar Kol.
Section | भाग–१: धर्मकाण्ड |
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Chapter Group | अधिकार 021 to 030 |
chapter | अपकारत्याग: |