श्लोक - २९८
बाह्यदेहस्य संशुद्धि: सलिले स्नानतो यथा।
अन्तर्हृदयसंशुद्धिस्तथा स्यात् सत्यभाषणात्॥
Tamil Transliteration
Puraldhooimai Neeraan Amaiyum Akandhooimai
Vaaimaiyaal Kaanap Patum.
Section | भाग–१: धर्मकाण्ड |
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Chapter Group | अधिकार 021 to 030 |
chapter | सत्यवचनम् |