श्लोक - २९५
मनोवाक्समभावेन सत्यवादी नरो भुवि।
तपोदानगुणाढ्येभ्यो नरेभ्योप्युत्तम: स्मृत:॥
Tamil Transliteration
Manaththotu Vaaimai Mozhiyin Thavaththotu
Thaananjey Vaarin Thalai.
Section | भाग–१: धर्मकाण्ड |
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Chapter Group | अधिकार 021 to 030 |
chapter | सत्यवचनम् |