श्लोक - २६१
उपवासादिदु:खानां सहनं जीवसन्त्ते:।
दु:खानुत्पादनं चेति तपोलक्षणमुच्यते॥
Tamil Transliteration
Utranoi Nondral Uyirkkurukan Seyyaamai
Atre Thavaththir Kuru.
Section | भाग–१: धर्मकाण्ड |
---|---|
Chapter Group | अधिकार 021 to 030 |
chapter | तप: |
उपवासादिदु:खानां सहनं जीवसन्त्ते:।
दु:खानुत्पादनं चेति तपोलक्षणमुच्यते॥
Tamil Transliteration
Utranoi Nondral Uyirkkurukan Seyyaamai
Atre Thavaththir Kuru.
Section | भाग–१: धर्मकाण्ड |
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Chapter Group | अधिकार 021 to 030 |
chapter | तप: |