श्लोक - २०९
विना दु:खं सदा यो वै सुखी भवितुमिच्छति।
ईषदप्यत्र दुष्कर्म न कुर्यात् स परस्य तु॥
Tamil Transliteration
Thannaiththaan Kaadhala Naayin Enaiththondrum
Thunnarka Theevinaip Paal.
Section | भाग–१: धर्मकाण्ड |
---|---|
Chapter Group | अधिकार 011 to 020 |
chapter | दुष्कर्मभीति: |