श्लोक - २०७
इतरै: शत्रुभिर्जातु मुच्येतेहापि जन्मनि।
दुष्कर्मनामा शत्रुस्तु बाधते भाविजन्मसु॥
Tamil Transliteration
Enaippakai Yutraarum Uyvar Vinaippakai
Veeyaadhu Pinsendru Atum.
Section | भाग–१: धर्मकाण्ड |
---|---|
Chapter Group | अधिकार 011 to 020 |
chapter | दुष्कर्मभीति: |