श्लोक - १९
परार्थमिह यद्दानमात्मार्थञ्चेह यत् तप: ।
अभयं न भवेल्लोके यदि देवो न वर्षति ॥
Tamil Transliteration
Thaanam Thavamirantum Thangaa Viyanulakam
Vaanam Vazhangaa Thenin.
Section | भाग–१: धर्मकाण्ड |
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Chapter Group | अधिकार 001 to 010 |
chapter | वृष्टिमहिमा |