श्लोक - १३९
दोषयुक्तानि वाक्यानि विस्मृत्यापि प्रमादत: ।
तेषां मुखान्न निर्यान्ति ये सदाचारशालिन: ॥
Tamil Transliteration
Ozhukka Mutaiyavarkku Ollaave Theeya
Vazhukkiyum Vaayaar Solal.
Section | भाग–१: धर्मकाण्ड |
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Chapter Group | अधिकार 011 to 020 |
chapter | सदाचारसंपत्ति: |