श्लोक - १३१

सदाचारो मनुष्याणां सर्वश्रेयांसि यच्छति ।
प्राणेभ्योपि सदाचार: श्रेष्ठ इत्येव पालयेत् ॥
Tamil Transliteration
Ozhukkam Vizhuppan Tharalaan Ozhukkam
Uyirinum Ompap Patum.
| Section | भाग–१: धर्मकाण्ड |
|---|---|
| Chapter Group | अधिकार 011 to 020 |
| chapter | सदाचारसंपत्ति: |