श्लोक - १३१५
'इह जन्मनि विश्लेषो न स्यादि' त्यवदं प्रियाम् ।
'भाविजन्मनि विश्लेषो भवेद्वे'त्यरुदत् प्रिया ॥
Tamil Transliteration
Immaip Pirappil Piriyalam Endrenaak
Kannirai Neerkon Tanal.
Section | भाग–३: काम-काण्ड |
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Chapter Group | अध्याय 121 to 133 |
chapter | विप्रलम्भरहस्यम् |