श्लोक - १०९३
सा मां ददर्श, दृष्टा सा मया मन्राननाऽभवत् ।
तदेत् प्रेमवृद्धयर्थ रचितं जलसेचनम् ॥
Tamil Transliteration
Nokkinaal Nokki Irainjinaal Aqdhaval
Yaappinul Attiya Neer.
Section | भाग–३: काम-काण्ड |
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Chapter Group | अध्याय 109to 120 |
chapter | भावपरिज्ञानम् |