श्लोक - १०७
कष्टकाले समायाते उपकुर्वन्ति ये नरा: ।
सन्त: स्मरन्ति तन्मैत्रीं सप्तसप्तसु जन्मसु ॥
Tamil Transliteration
Ezhumai Ezhupirappum Ulluvar Thangan
Vizhuman Thutaiththavar Natpu.
Section | भाग–१: धर्मकाण्ड |
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Chapter Group | अधिकार 011 to 020 |
chapter | कृतज्ञता |