श्लोक - १०२९
कुलसंभावितानार्थवारणे यत्नशालिन: ।
शरीरं कस्यचित्किंनु दु:खमात्रैकभाजनम् ॥
Tamil Transliteration
Itumpaikke Kolkalam Kollo Kutumpaththaik
Kutra Maraippaan Utampu.
Section | भाग–२: अर्थ-काण्ड |
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Chapter Group | अध्याय 101 to 108 |
chapter | कुलगौरवरक्षणम् |