श्लोक - १०२७
धीरो वहेद्युद्धभारं यथा बहुषु सत्स्वापि ।
शक्तस्तथा वहेद्वंशभारमन्येषु सत्स्वापि ॥
Tamil Transliteration
Amarakaththu Vankannar Polath Thamarakaththum
Aatruvaar Metre Porai.
Section | भाग–२: अर्थ-काण्ड |
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Chapter Group | अध्याय 101 to 108 |
chapter | कुलगौरवरक्षणम् |