Kural - ५९१
जे उत्साहमूर्ती असतात तेच खरोखर श्रीमंत होत; निरुत्साही माणसाला स्वतःसही स्वतःचे असे म्हणता येणार नाही.
Tamil Transliteration
Utaiyar Enappatuvadhu Ookkam Aqdhillaar
Utaiyadhu Utaiyaro Matru.
Section | भाग दुसरा: अर्थ |
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Chapter Group | सर्ग 039 to 050 |
chapter | उत्साह |