Kural - १५४

थोरपणा हवा असेल, सदैव उन्नत राहण्याची इच्छा असेल, तर दुसन्यांनी केलेल्या अतिक्रमणाची सदैव क्षमा करण्याची सवय मनःपूर्वक प्रयत्नांनी लावून घे
Tamil Transliteration
Niraiyutaimai Neengaamai Ventin Poraiyutaimai
Potri Yozhukap Patum.
| Section | भग पहिला: धर्म |
|---|---|
| Chapter Group | सर्ग 011 to 020 |
| chapter | क्षमा |