श्लोक - ८७४
मित्र बना कर शत्रु को, जो करता व्यवहार ।
महिमा पर उस सभ्य की, टिकता है संसार ॥
Tamil Transliteration
Pakainatpaak Kontozhukum Panputai Yaalan
Thakaimaikkan Thangitru Ulaku.
Section | अर्थ- कांड |
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Chapter Group | अध्याय 91 to 100 |
chapter | शत्रु- शक्ति का ज्ञान |