• धर्म- कांड
  • अर्थ- कांड
  • काम- कांड
  1. श्लोक
  2. हिन्दी
  3. अर्थ- कांड
  4. अध्याय 91 to 100
  5. मैत्री
  6. श्लोक ७८६

श्लोक - ७८६

श्लोक 786
श्लोक #७८६
केवल मुख खिल जाय तो, मैत्री कहा न जाय ।
सही मित्रता है वही, जिससे जी खिल जाय ॥

Tamil Transliteration
Mukanaka Natpadhu Natpandru Nenjaththu
Akanaka Natpadhu Natpu.

Sectionअर्थ- कांड
Chapter Groupअध्याय 91 to 100
chapterमैत्री
🡱
श्लोक ७८५श्लोक ७८७
Contact us / Comments
Kural PRO

© 2021 ThirukKural PRO.