श्लोक - ७६
साथी केवल धर्म का, मानें प्रेम, अजान ।
त्राण करे वह प्रेम ही, अधर्म से भी जान ॥
Tamil Transliteration
Araththirke Anpusaar Penpa Ariyaar
Maraththirkum Aqdhe Thunai.
Section | धर्म- कांड |
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Chapter Group | अध्याय 011 to 020 |
chapter | प्रेम-भाव |