श्लोक - ५७८

श्लोक 578
श्लोक #५७८
हानि बिना निज धर्म की, करुणा का व्यवहार ।
जो कर सकता है उसे, जग पर है अधिकार ॥

Tamil Transliteration
Karumam Sidhaiyaamal Kannota Vallaarkku
Urimai Utaiththiv Vulaku.

Sectionअर्थ- कांड
Chapter Groupअध्याय 039 to 050
chapterदया- दृष्टि