श्लोक - ५७१
करुणा रूपी सोहती, सुषमा रही अपार ।
नृप में उसके राजते, टिकता है संसार ॥
Tamil Transliteration
Kannottam Ennum Kazhiperung Kaarikai
Unmaiyaan Untiv Vulaku.
Section | अर्थ- कांड |
---|---|
Chapter Group | अध्याय 039 to 050 |
chapter | दया- दृष्टि |
करुणा रूपी सोहती, सुषमा रही अपार ।
नृप में उसके राजते, टिकता है संसार ॥
Tamil Transliteration
Kannottam Ennum Kazhiperung Kaarikai
Unmaiyaan Untiv Vulaku.
Section | अर्थ- कांड |
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Chapter Group | अध्याय 039 to 050 |
chapter | दया- दृष्टि |