श्लोक - १२१९

जाग्रति में अप्राप्त को, कोसेंगी वे वाम ।
जिनके प्रिय ने स्वप्न में, मिल न दिया आराम ॥
Tamil Transliteration
Nanavinaal Nalkaarai Novar Kanavinaal
Kaadhalark Kaanaa Thavar.
| Section | काम- कांड |
|---|---|
| Chapter Group | अध्याय 121 to 13 |
| chapter | स्वप्नावस्था का वर्णन |