श्लोक - ११५२
पहले उनकी दृष्टि तो, देती थी सुख-भोग ।
विरह-भीति से दुखद है, अब उनका संयोग ॥
Tamil Transliteration
Inkan Utaiththavar Paarval Pirivanjum
Punkan Utaiththaal Punarvu.
Section | काम- कांड |
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Chapter Group | अध्याय 121 to 13 |
chapter | विरह- वेदना |