श्लोक - ११०५
इच्छित ज्यों इच्छित समय, आकर दें आनन्द ।
पुष्पालंकृत केशयुत, हैं बाला के स्कंध ॥
Tamil Transliteration
Vetta Pozhudhin Avaiyavai Polume
Thottaar Kadhuppinaal Thol.
Section | काम- कांड |
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Chapter Group | अध्याय 109 to 120 |
chapter | संयोग का आनन्द |