सौंदर्य की पीड़ा
Verses
क्या यह है देवांगना, या सुविशेष मयूर ।
या नारी कुंड़ल-सजी, मन है भ्रम में चूर ॥
Tamil Transliteration
Anangukol Aaimayil Kollo Kananguzhai
Maadharkol Maalum En Nenju.
दृष्टि मिलाना सुतनु का, होते दृष्टि-निपान ।
हो कर खुद चँडी यथा, चढ़ आये दल साथ ॥
Tamil Transliteration
Nokkinaal Nokkedhir Nokkudhal Thaakkanangu
Thaanaikkon Tanna Thutaiththu.
पहले देखा है नहीं, अब देखा यम कौन ।
लडते विशाल नेत्रयुत, वह है स्त्री-गुण-भौन ॥
Tamil Transliteration
Pantariyen Kootren Padhanai Iniyarindhen
Pentakaiyaal Peramark Kattu.
मुग्धा इस स्त्री-रत्न के, दिखी दृगों की रीत ।
खाते दर्शक-प्राण हैं, यों है गुण विपरीत ॥
Tamil Transliteration
Kantaar Uyirunnum Thotraththaal Pentakaip
Pedhaikku Amarththana Kan.
क्या यम है, या आँख है, या है मृगी सुरंग ।
इस मुग्धा की दृष्टि में, है तीनों का ढंग ॥
Tamil Transliteration
Kootramo Kanno Pinaiyo Matavaral
Nokkamim Moondrum Utaiththu.
ऋजु हो टेढ़ी भृकुटियाँ, मना करें दे छाँह ।
तो इसकी आँखें मुझे, हिला, न लेंगी आह ॥
Tamil Transliteration
Kotumpuruvam Kotaa Maraippin Natungagnar
Seyyala Manival Kan.
अनत कुचों पर नारि के, पड़ा रहा जो पाट ।
मद-गज के दृग ढ़ांकता, मुख-पट सम वह ठाट ॥
Tamil Transliteration
Kataaak Kalitrinmer Katpataam Maadhar
Pataaa Mulaimel Thukil.
उज्जवल माथे से अहो, गयी शक्ति वह रीत ।
भिड़े बिना रण-भूमि में, जिससे रिपु हों भीत ॥
Tamil Transliteration
Onnudhar Koo Utaindhadhe Gnaatpinul
Nannaarum Utkumen Peetu.
सरल दृष्टि हरिणी सदृश, औ’ रखती जो लाज ।
उसके हित गहने बना, पहनाना क्या काज ॥
Tamil Transliteration
Pinaiyer Matanokkum Naanum Utaiyaatku
Aniyevano Edhila Thandhu.
हर्षक है केवल उसे, जो करता है पान ।
दर्शक को हर्षक नहीं, मधु तो काम समान ॥
Tamil Transliteration
Untaarkan Alladhu Atunaraak Kaamampol
Kantaar Makizhseydhal Indru.