संध्या- दर्शन से व्यथिअत होना
Verses
तेरी, सांझ, चिरायु हो, तू नहिं संध्याकाल ।
ब्याह हुओं की जान तू, लेता अन्तिम काल ।
Tamil Transliteration
Maalaiyo Allai Manandhaar Uyirunnum
Velainee Vaazhi Pozhudhu.
तेरी, सांझ, चिरायु हो, तू निष्प्रभ विभ्रान्त ।
मेरे प्रिय के सम निठुर, है क्या तेरा कान्त ॥
Tamil Transliteration
Punkannai Vaazhi Marulmaalai Emkelpol
Vankanna Thonin Thunai.
कंपित संध्या निष्प्रभा, मुझको बना विरक्त ।
आती है देती मुझे, पीड़ा अति ही सख्त ॥
Tamil Transliteration
Paniarumpip Paidhalkol Maalai Thuniarumpith
Thunpam Valara Varum.
वध करने के स्थान में, ज्यों आते जल्लाद ।
त्यों आती है सांझ भी, जब रहते नहिं नाथ ॥
Tamil Transliteration
Kaadhalar Ilvazhi Maalai Kolaikkalaththu
Edhilar Pola Varum.
मैंने क्या कुछ कर दिया, प्रात: का उपकार ।
वैसे तो क्या कर दिया, संध्या का उपकार ॥
Tamil Transliteration
Kaalaikkuch Cheydhanandru Enkol Evankolyaan
Maalaikkuch Cheydha Pakai?.
पीड़ित करना सांझ का, तब था मुझे न ज्ञात ।
गये नहीं थे बिछुड़कर, जब मेरे प्रिय नाथ ॥
Tamil Transliteration
Maalainoi Seydhal Manandhaar Akalaadha
Kaalai Arindha Thilen.
काम-रोग तो सुबह को, पा कर कली-लिवास ।
दिन भर मुकुलित, शाम को, पाता पुष्य-विकास ॥
Tamil Transliteration
Kaalai Arumpip Pakalellaam Podhaaki
Maalai Malarumin Noi.
दूत बनी है सांझ का, जो है अनल समान ।
गोप-बाँसुरी है, वही, घातक भी सामान ॥
Tamil Transliteration
Azhalpolum Maalaikkuth Thoodhaaki Aayan
Kuzhalpolum Kollum Patai.
जब आवेगी सांझ बढ़, करके मति को घूर्ण ।
सारा पुर मति-घूर्ण हो, दुख से होवे चूर्ण ॥
Tamil Transliteration
Padhimaruntu Paidhal Uzhakkum Madhimaruntu
Maalai Patardharum Pozhdhu.
भ्रांतिमती इस सांझ में, अब तक बचती जान ।
धन-ग्राहक का स्मरण कर, चली जायगी जान ॥
Tamil Transliteration
Porulmaalai Yaalarai Ulli Marulmaalai
Maayumen Maayaa Uyir.