संध्या- दर्शन से व्यथिअत होना

Verses

श्लोक #१२२१
तेरी, सांझ, चिरायु हो, तू नहिं संध्याकाल ।
ब्याह हुओं की जान तू, लेता अन्तिम काल ।

Tamil Transliteration
Maalaiyo Allai Manandhaar Uyirunnum
Velainee Vaazhi Pozhudhu.

Explanations
श्लोक #१२२२
तेरी, सांझ, चिरायु हो, तू निष्प्रभ विभ्रान्त ।
मेरे प्रिय के सम निठुर, है क्या तेरा कान्त ॥

Tamil Transliteration
Punkannai Vaazhi Marulmaalai Emkelpol
Vankanna Thonin Thunai.

Explanations
श्लोक #१२२३
कंपित संध्या निष्प्रभा, मुझको बना विरक्त ।
आती है देती मुझे, पीड़ा अति ही सख्त ॥

Tamil Transliteration
Paniarumpip Paidhalkol Maalai Thuniarumpith
Thunpam Valara Varum.

Explanations
श्लोक #१२२४
वध करने के स्थान में, ज्यों आते जल्लाद ।
त्यों आती है सांझ भी, जब रहते नहिं नाथ ॥

Tamil Transliteration
Kaadhalar Ilvazhi Maalai Kolaikkalaththu
Edhilar Pola Varum.

Explanations
श्लोक #१२२५
मैंने क्या कुछ कर दिया, प्रात: का उपकार ।
वैसे तो क्या कर दिया, संध्या का उपकार ॥

Tamil Transliteration
Kaalaikkuch Cheydhanandru Enkol Evankolyaan
Maalaikkuch Cheydha Pakai?.

Explanations
श्लोक #१२२६
पीड़ित करना सांझ का, तब था मुझे न ज्ञात ।
गये नहीं थे बिछुड़कर, जब मेरे प्रिय नाथ ॥

Tamil Transliteration
Maalainoi Seydhal Manandhaar Akalaadha
Kaalai Arindha Thilen.

Explanations
श्लोक #१२२७
काम-रोग तो सुबह को, पा कर कली-लिवास ।
दिन भर मुकुलित, शाम को, पाता पुष्य-विकास ॥

Tamil Transliteration
Kaalai Arumpip Pakalellaam Podhaaki
Maalai Malarumin Noi.

Explanations
श्लोक #१२२८
दूत बनी है सांझ का, जो है अनल समान ।
गोप-बाँसुरी है, वही, घातक भी सामान ॥

Tamil Transliteration
Azhalpolum Maalaikkuth Thoodhaaki Aayan
Kuzhalpolum Kollum Patai.

Explanations
श्लोक #१२२९
जब आवेगी सांझ बढ़, करके मति को घूर्ण ।
सारा पुर मति-घूर्ण हो, दुख से होवे चूर्ण ॥

Tamil Transliteration
Padhimaruntu Paidhal Uzhakkum Madhimaruntu
Maalai Patardharum Pozhdhu.

Explanations
श्लोक #१२३०
भ्रांतिमती इस सांझ में, अब तक बचती जान ।
धन-ग्राहक का स्मरण कर, चली जायगी जान ॥

Tamil Transliteration
Porulmaalai Yaalarai Ulli Marulmaalai
Maayumen Maayaa Uyir.

Explanations
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