महानता

Verses

श्लोक #९७१
मानव को विख्याति दे, रहना सहित उमंग ।
‘जीयेंगे उसके बिना’, है यों कथन कलक ॥

Tamil Transliteration
Olioruvarku Ulla Verukkai Ilioruvarku
Aqdhirandhu Vaazhdhum Enal.

Explanations
श्लोक #९७२
सभी मनुज हैं जन्म से, होते एक समान ।
गुण-विशेष फिर सम नहीं, कर्म-भेद से जान ॥

Tamil Transliteration
Pirappokkum Ellaa Uyirkkum Sirappovvaa
Seydhozhil Vetrumai Yaan.

Explanations
श्लोक #९७३
छोटे नहिं होते बड़े, यद्यपि स्थिति है उच्च ।
निचली स्थिति में भी बड़े, होते हैं नहिं तुच्छ ॥

Tamil Transliteration
Melirundhum Melallaar Melallar Keezhirundhum
Keezhallaar Keezhal Lavar.

Explanations
श्लोक #९७४
एक निष्ठ रहती हुई, नारी सती समान ।
आत्म-संयमी जो रहा, उसका हो बहुमान ॥

Tamil Transliteration
Orumai Makalire Polap Perumaiyum
Thannaiththaan Kontozhukin Untu.

Explanations
श्लोक #९७५
जो जन महानुभव हैं, उनको है यह साध्य ।
कर चुकना है रीति से, जो हैं कार्य असाध्य ॥

Tamil Transliteration
Perumai Yutaiyavar Aatruvaar Aatrin
Arumai Utaiya Seyal.

Explanations
श्लोक #९७६
छोटों के मन में नहीं, होता यों सुविचार ।
पावें गुण नर श्रेष्ठ का, कर उनका सत्कार ॥

Tamil Transliteration
Siriyaar Unarchchiyul Illai Periyaaraip
Penikkol Vemennum Nokku.

Explanations
श्लोक #९७७
लगती है संपन्नता, जब ओछों के हाथ ।
तब भी अत्याचार ही, करे गर्व के साथ ॥

Tamil Transliteration
Irappe Purindha Thozhitraam Sirappundhaan
Seeral Lavarkan Patin.

Explanations
श्लोक #९७८
है तो महानुभावता, विनयशील सब पर्व ।
अहम्मन्य हो तुच्छता, करती है अति गर्व ॥

Tamil Transliteration
Paniyumaam Endrum Perumai Sirumai
Aniyumaam Thannai Viyandhu.

Explanations
श्लोक #९७९
अहम्मन्यता-हीनता, है महानता बान ।
अहम्मन्यता-सींव ही, ओछापन है जान ॥

Tamil Transliteration
Perumai Perumidham Inmai Sirumai
Perumidham Oorndhu Vital.

Explanations
श्लोक #९८०
दोषों को देना छिपा, है महानता-भाव ।
दोषों की ही घोषणा, है तुच्छत- स्वभाव ॥

Tamil Transliteration
Atram Maraikkum Perumai Sirumaidhaan
Kutrame Koori Vitum.

Explanations
🡱