धैर्य- भंग

Verses

श्लोक #१२५१
लाज-चटखनी युक्त है, मनोधैर्य का द्वार ।
खंडन करना है उसे, यह जो काम-कुठार ॥

Tamil Transliteration
Kaamak Kanichchi Utaikkum Niraiyennum
Naanuththaazh Veezhththa Kadhavu.

Explanations
श्लोक #१२५२
काम एक निर्दय रहा, जो दिल पर कर राज ।
अर्द्ध रात्रि के समय भी, करवाता है काज ॥

Tamil Transliteration
Kaamam Enavondro Kannindren Nenjaththai
Yaamaththum Aalum Thozhil.

Explanations
श्लोक #१२५३
काम छिपाने यत्न तो, मैं करती हूँ जान ।
प्रकट हुआ निर्देश बिन, वह तो छींक समान ॥

Tamil Transliteration
Maraippenman Kaamaththai Yaano Kurippindrith
Thummalpol Thondri Vitum.

Explanations
श्लोक #१२५४
कहती थी ‘हूँ धृतिमती’, पर मम काम अपार ।
प्रकट सभी पर अब हुआ, गोपनीयता पार ॥

Tamil Transliteration
Niraiyutaiyen Enpenman Yaanoen Kaamam
Maraiyirandhu Mandru Patum.

Explanations
श्लोक #१२५५
उनके पीछे जा लगें, जो तज गये सुजान ।
काम-रोगिणी को नहीं, इस बहुमति का ज्ञान ॥

Tamil Transliteration
Setraarpin Sellaap Perundhakaimai Kaamanoi
Utraar Arivadhondru Andru.

Explanations
श्लोक #१२५६
उनके पीछे लग रहूँ, चले गये जो त्याग ।
काम-रोग को यों दिया, यह मेरा बड़भाग ॥

Tamil Transliteration
Setravar Pinseral Venti Aliththaro
Etrennai Utra Thuyar.

Explanations
श्लोक #१२५७
करते ये प्रिय नाथ जब, कामेच्छित सब काज ।
तब यह ज्ञात न था हमें, एक वस्तु है लाज ॥

Tamil Transliteration
Naanena Ondro Ariyalam Kaamaththaal
Peniyaar Petpa Seyin.

Explanations
श्लोक #१२५८
बहुमायामय चोर के, जो हैं नयमय बैन ।
मेरी धृति को तोड़ने, क्या होते नहिं सैन ॥

Tamil Transliteration
Panmaayak Kalvan Panimozhi Andronam
Penmai Utaikkum Patai.

Explanations
श्लोक #१२५९
चली गई मैं रूठने, किन्तु हृदय को देख ।
वह प्रवृत्त है मिलन हित, गले लगी, हो एक ॥

Tamil Transliteration
Pulappal Enachchendren Pullinen Nenjam
Kalaththal Uruvadhu Kantu.

Explanations
श्लोक #१२६०
अग्नि-दत्त मज्जा यथा, जिनका दिल द्रवमान ।
उनको प्रिय के पास रह, क्या संभव है मान ॥

Tamil Transliteration
Ninandheeyil Ittanna Nenjinaarkku Unto
Punarndhooti Nirpem Enal.

Explanations
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