अपिशुनता

Verses

श्लोक #१८१
नाम न लेगा धर्म का, करे अधर्मिक काम ।
फिर भी अच्छा यदि वही, पाये अपिशुन नाम ॥

Tamil Transliteration
Arangooraan Alla Seyinum Oruvan
Purangooraan Endral Inidhu.

Explanations
श्लोक #१८२
नास्तिवाद कर धर्म प्रति, करता पाप अखण्ड ।
उससे बदतर पिशुनता, सम्मुख हँस पाखण्ड ॥

Tamil Transliteration
Aranazheei Allavai Seydhalin Theedhe
Puranazheeip Poiththu Nakai.

Explanations
श्लोक #१८३
चुगली खा कर क्या जिया, चापलूस हो साथ ।
भला, मृत्यु हो, तो लगे, शास्त्र- उक्त फल हाथ ॥

Tamil Transliteration
Purangoorip Poiththuyir Vaazhdhalin Saadhal
Arangootrum Aakkath Tharum.

Explanations
श्लोक #१८४
कोई मूँह पर ही कहे, यद्यपि निर्दय बात ।
कहो पीठ पीछे नहीं, जो न सुचिंतित बात ॥

Tamil Transliteration
Kannindru Kannarach Chollinum Sollarka
Munnindru Pinnokkaach Chol.

Explanations
श्लोक #१८५
प्रवचन-लीन सुधर्म के, हृदय धर्म से हीन ।
भण्डा इसका फोड़ दे, पैशुन्य ही मलीन ॥

Tamil Transliteration
Aranjollum Nenjaththaan Anmai Puranjollum
Punmaiyaar Kaanap Patum.

Explanations
श्लोक #१८६
परदूषक यदि तू बना, तुझमें हैं जो दोष ।
उनमें चुन सबसे बुरे, वह करता है घोष ॥

Tamil Transliteration
Piranpazhi Kooruvaan Thanpazhi Yullum
Thirandherindhu Koorap Patum.

Explanations
श्लोक #१८७
जो करते नहिं मित्रता, मधुर वचन हँस बोल ।
अलग करावें बन्धु को, परोक्ष में कटु बोल ॥

Tamil Transliteration
Pakachchollik Kelirp Pirippar Nakachcholli
Natpaatal Thetraa Thavar.

Explanations
श्लोक #१८८
मित्रों के भी दोष का, घोषण जिनका धर्म ।
जाने अन्यों के प्रति, क्या क्या करें कुकर्म ॥

Tamil Transliteration
Thunniyaar Kutramum Thootrum Marapinaar
Ennaikol Edhilaar Maattu.

Explanations
श्लोक #१८९
क्षमाशीलता धर्म है, यों करके सुविचार ।
क्या ढोती है भूमि भी, चुगलखोर का भार ॥

Tamil Transliteration
Arannokki Aatrungol Vaiyam Purannokkip
Punsol Uraippaan Porai.

Explanations
श्लोक #१९०
परछिद्रानवेषण सदृश, यदि देखे निज दोष ।
ति अविनाशी जीव का, क्यों हो दुख से शोष ॥

Tamil Transliteration
Edhilaar Kutrampol Thangutrang Kaankirpin
Theedhunto Mannum Uyirkku.

Explanations
🡱