श्लोक - ९७६
"महात्मन: पुरस्कृत्य यामस्तद्गतवर्त्मना" ।
इति न स्यान्मतिर्नीचेष्वात्मश्लाघापरेषु च ॥
Tamil Transliteration
Siriyaar Unarchchiyul Illai Periyaaraip
Penikkol Vemennum Nokku.
Section | भाग–२: अर्थ-काण्ड |
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Chapter Group | अध्याय 101 to 108 |
chapter | महत्त्वम् |