श्लोक - ९२१
मद्यपानप्रियान् दृष्टा न बिभ्यति विरोधिन: ।
तथा तैरार्जिता कीर्ती: अचिरात् क्षीयते भुवि ॥
Tamil Transliteration
Utkap Pataaar Oliyizhappar Egngnaandrum
Katkaadhal Kontozhuku Vaar.
Section | भाग–२: अर्थ-काण्ड |
---|---|
Chapter Group | अध्याय 91 to 100 |
chapter | मद्यपाननिषेध: |