श्लोक - १०६७
याचनीयं यदि भवेद्दातु: कपटिन: पुर: ।
न कार्या याचनेत्युक्त्वा याचेऽहं याचकान् प्रति ॥
Tamil Transliteration
Irappan Irappaarai Ellaam Irappin
Karappaar Iravanmin Endru.
Section | भाग–२: अर्थ-काण्ड |
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Chapter Group | अध्याय 101 to 108 |
chapter | याचनाभीति: |