Kural - १४७
शोजान्याच्या बायकोच्या सौंदर्याने जो विचलित होत नाही, तोच खरा सत्प्रवृत्त गृहस्थ होय.
Tamil Transliteration
Araniyalaan Ilvaazhvaan Enpaan Piraniyalaal
Penmai Nayavaa Thavan.
Section | भग पहिला: धर्म |
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Chapter Group | सर्ग 011 to 020 |
chapter | परस्त्रीकडे |