श्लोक - ८८८
रेती से घिस कर यथा, लोहा होता क्षीण ।
गृह भी अन्तवैंर से, होता है बलहीन ॥
Tamil Transliteration
Aramporudha Ponpolath Theyum Uramporudhu
Utpakai Utra Kuti.
Section | अर्थ- कांड |
---|---|
Chapter Group | अध्याय 91 to 100 |
chapter | अन्तवैंर |
रेती से घिस कर यथा, लोहा होता क्षीण ।
गृह भी अन्तवैंर से, होता है बलहीन ॥
Tamil Transliteration
Aramporudha Ponpolath Theyum Uramporudhu
Utpakai Utra Kuti.
Section | अर्थ- कांड |
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Chapter Group | अध्याय 91 to 100 |
chapter | अन्तवैंर |