श्लोक - ८५६
भेद-वृद्धि से मानता, मिलता है आनन्द ।
जीवन उसका चूक कर, होगा नष्ट तुरन्त ॥
Tamil Transliteration
Ikalin Mikalinidhu Enpavan Vaazhkkai
Thavalum Ketalum Naniththu.
Section | अर्थ- कांड |
---|---|
Chapter Group | अध्याय 91 to 100 |
chapter | विभेद |
भेद-वृद्धि से मानता, मिलता है आनन्द ।
जीवन उसका चूक कर, होगा नष्ट तुरन्त ॥
Tamil Transliteration
Ikalin Mikalinidhu Enpavan Vaazhkkai
Thavalum Ketalum Naniththu.
Section | अर्थ- कांड |
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Chapter Group | अध्याय 91 to 100 |
chapter | विभेद |