श्लोक - ६२५

श्लोक 625
श्लोक #६२५
दुख निरंतर हो रहा, फिर भी धैर्य न जाय ।
ऐसों को यदि दुख हुआ, उस दुख पर दुख आय ॥

Tamil Transliteration
Atukki Varinum Azhivilaan Utra
Itukkan Itukkat Patum.

Sectionअर्थ- कांड
Chapter Groupअध्याय 039 to 050
chapterसंकट में अनाकुलता