श्लोक - ६१
बुद्धिमान सन्तान से, बढ़ कर विभव सुयोग्य ।
हम तो मानेंगे नहीं, हैं पाने के योग्य ॥
Tamil Transliteration
Perumavatrul Yaamarivadhu Illai Arivarindha
Makkatperu Alla Pira.
Section | धर्म- कांड |
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Chapter Group | अध्याय 011 to 020 |
chapter | संतान- लाभ |